गर्मी के मौसम को वैसे मस्ती का मौसम कहा जाता है लेकिन लापरवाही परेशानी का सबब भी बन सकती है..
आमतोर पर गर्मी के मौसम को मस्ती का मौसम कहा जाता है l बच्चों की छुट्टियाँ भी चल रही होती हैं l लेकिन कभी कभी ये मौसम मुसीबत का सबब भी बन जाता है l इसीलिए आवश्यक है कि गर्मियों के मौसम का मजा लेने से पहले हम कुछ बातों पर गौर कर लें l छोटी छोटी सावधानियों से गर्मी में होने वाली स्वस्थ संबंधी मुसीबतों से बचा जा सकता है l
इस लेख में हम जानेंगे कि क्या हैं वो स्वास्थ संबंधी परेशानियाँ जो गर्मी के मौसम का मजा किरकिरा कर सकती है और विशेषज्ञों की राय पर आधारित क्या हैं उनसे बचने के उपाय l
बीमारियाँ/परेशानियाँ जो गर्मी के मौसम में दस्तक देती हैं

- निर्जलीकरण (डीहाईड्रेसन) : ये तो हम सभी जानते हैं कि हमारे शरीर में 78% पानी है l जब हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो हमारा शरीर सुस्त पड़ जाता है और हम ठीक से काम नहीं कर पाते l गर्मी के मौसम में ये अक्सर होता है लेकिन ये अधिक हो जाये तो गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है l
इसीलिए गर्मी के मौसम में खुद को हाईड्रेड रखना बहुत जरुरी है खासकर तब जब आप ऐसे काम करते हो जिसमे शरीर से पसीने का उत्सर्जन ज्यादा होता हो l डीहाईड्रेसन से बचने के लिए विशेषज्ञों के अनुसार गर्मी में लगभग 2 से 2.5 लीटर पानी पीना चाहिए l - सनबर्न (धुप से जलन): ये अक्सर गर्मियों सूर्य की किरणों के संपर्क में आने से होती है l सूरज की तेज युवी(पैराबैगनी) किरणे हमारी त्वचा के लिए घातक मानी जाती हैं l कई बार तो इनकी वजह से त्वचा का कैंसर तक हो जाता है l आमतौर लोग कुछ कपड़ो से शरीर को ढँक लेते हैं l पर विशेषज्ञों के अनुसार इतना काफी नहीं होता, उनके अनुसार यदि आप अधिक समय तक धूप के संपर्क में रहते हैं तो कपडे के अलावा त्वचा पर जिंक ओकसाइड युक्त सन क्रीम लगाना चाहिएl
- गर्मी से उत्पन्न बीमारियाँ (हीट इलनेस): डीहाईड्रेसन और सनबर्न के अलावा भी गर्मी में अन्य परेशानियाँ हो सकती हैं –
हीट रैश – गर्मी में पसीना जब हमारी त्वचा की ग्रंथियों में अटक जाता तो खुजलाहट और लाल चकते त्वचा पर बन जाते है l इसीलिए गर्मियों में त्वचा की सफाई पर विशेष ध्यान देना आवश्यक हैंl
हीट क्रैम्प: गर्मी के मौसम में शरीर से अधिक पसीना निकलने के कारण शरीर में नमक और पानी की कमी हो जाती है जो मांशपेशियों में दर्द व एठन पैदा कर सकती है l इसीलिए पर्याप्त मात्र में पानी के सेवन आवश्यक हैl
हीट स्ट्रोक (लू लगना): जब अधिक गर्मी की वजह से हमारे शरीर का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता तो लू लगने जैसी समस्या होती है l यदि ध्यान न दिया जाये ये एक गंभीर स्थिति उत्पन्न कर सकती है l विशेषज्ञ की राय अनुसार गर्मी में जितना हो सके छाँव वाली ठंढी जगह रहना चाहियेl - मच्छर या अन्य कीटों का दंश: गर्मी के मौसम में मच्छर व अन्य कीटों के काटने की समस्या अक्सर देखी जाती हैl इनसे बचने के सभी आवश्यक उपायों पर बहुत अधिक ध्यान देना चाहिये क्योंकि ये कभी कभी जानलेवा भी हो जाता है l
- असुरक्षित खाद्य पदार्थ: गमी का मौसम मस्ती का मौसम होता है इसीलिए लोग अक्सर बाहर खाना पसंद करते हैं लेकिन कभी कभी ये परेशानी और बीमारियों का कारण भी बन सकता हैl गर्मी के मौसम में वैकटेरिया बहुत तेजी से पनपते हैं और खाद्य पदार्थो को दूषित कर सकते हैंl इसीलिए गर्मी में जितना हो सके बाहर के खाने से बचना चाहिए, जरुरी हो तो हल्का व ताजे खाद्य पदार्थों का ही सेवन करना चाहिये l घर पर भी आपका भोजन जितना हल्का हो उतना बेहतरl
- किडनी स्टोन (पथरी): क्या आप जानते हैं कि पथरी की समस्या ज्यादातर गर्मियों में ही होती हैl सर्दियों के मौसम में शरीर में कैल्शियम अधिक बनता है जो बाद में गर्मी के मौसम में पथरी जैसी समस्या का कारक बन सकता है क्योंकि गर्मी में पानी की कमी की वजह से ये स्टोन में परिवर्तित हो जाता हैl इसीलिए गर्मी में खुद को हाईड्रेड रखना बहुत जरुरी हैl
- मौसमी एलर्जी: यदि कोई किसी तरह की मौसमी एलर्जी से पीड़ित है तो उसे भी गर्मी के मौसम में अपना ध्यान रखने की आवश्यकता होती हैl क्योंकि गर्मी से उत्पन्न कारक एलर्जी को और बढ़ा सकते हैंl मौसमी एलर्जी की कोई विशेष दवा नहीं होती इसीलिए सतर्कता ही सबसे बेहतर उपाय हैl
गर्मियों में खानपान संबंधी कुछ सुझाव

- पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन: गर्मी के मौसम सबसे शरीर में पानी की कमी हो जाती है इसीलिए परेशानी या बीमारी से बचने के लिये पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवा करना चाहिये l पानी त्वचा को पोषण देता है और मांसपेशियों को ठीक से काम करने में मदद करता हैl इसके अलावा ये भोजन की कमी भी महसूस नहीं होने देता।
गर्मियों के दौरान पानी का सेवन बढ़ाकर शरीर को ठंडा रखा जा सकता है और हाइपरथर्मिया और हीट स्ट्रोक को भी रोका जा सकता है। - फल व सब्जियों का अधिक सेवन: गर्मियों में सबसे सुरक्षित आहार है सब्जियाँ व फलl गर्मियों के मौसम में बीमारी बहुत जल्दी दस्तक देती हैंl मौसमी सब्जियों और फलों का आहार इससे बचने का एक बेहतर उपाय हैl गर्मी में टमाटर, वाटरमेलन(तरबूज), ककड़ी जैसी चीजे को आहार का मुख्य हिस्सा बनना रखना चाहिएl
- सुबह का नाश्ता अवश्य करें: नाश्ता तो वैसे सालभर का जरुरी आहार है पर गर्मियों के मौसम में ये बहुत जरुरी हो जाता हैl पर्याप्त पोषण वाला नाश्ता दिन भर के लिए ऊर्जा प्रदान करता है और मेटाबौलिज्म को संतुलित करता हैl लेकिन नाश्ता बहुत अधिक वसायुक्त या मीठे से भरपूर नही होना चाहियेl सुबह के नाश्ते में साबुत अनाज और/या प्रोटीनयुक्त आहार लें। ओटमील, ग्रीक योगर्ट और साबुत अनाज नाश्ते के लिए बेहतरीन विकल्प हैं, क्योंकि ये गर्मी के दिन के लिए आपको जरूरी ऊर्जा देंगेl
- अपने आहार को संतुलित रखें: आपने वो कहावत तो सुनी होगी कि नाश्ता राजा की तरह, दिन का खाना राजकुमार की तरह और रात का खाना भिखारी की तरह खाना चाहिए.. वैसे तो इस पर सालभर अमल करना चाहिए लेकिन गर्मी के मौसम के लिए ये कहावत एकदम सटीक हैl गर्मियों में, ज़्यादा खाना परेशानी का कारण बन सकता है, खासकर रात में, क्योंकि भोजन को पचने में अधिक समय लगता है। गर्मियों के लिए स्वस्थ आहार बेहतरीन उपाय है अपने भोजन को कम करना ताकि आप पूरे दिन हल्का और तरोताजा रह सकें।
- एरेटेड ड्रिंक्स (कोल्ड ड्रिंक्स वगैरह) से बचें: गर्मियों के मौसम में ठंडे पेय पीने की ललक बढ़ जाती है (खासकर बच्चो में), लेकिन ये ललक स्वास्थ पर भरी पड़ सकती हैl क्योंकि इस तरह पेयों से किसी तरह कोई पोषण नही मिलता, बल्कि ये हाई केलोरी युक्त होती हैंl यदि आपको अपनी प्यास बुझाने के लिए पानी के अलावा कुछ वैकल्पिक लेना ही है तो एरेटेड ड्रिंक्स की जगह आप नींबू पानी या फलों का रस का सेवन करना चाहिये जो प्यास बुझाने के साथ शरीर को पोषण भी देते हैंl
Disclaimer: यह जानकारी विशेषज्ञों के सुझाव पर आधारित है l सकी प्रमाणिकता का हम कोई दावा नहीं करतेl पाठक अपने विवेक से निर्णय लेंl