भारतीय सेना के शोर्य को तो सब जानते ही हैं और अब तो तीनो भारतीय सेना में शामिल जांबाज महिलायें भी इसमें अपना योगदान दे कर देश सेवा में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहीं हैंl
भारतीय सेना विश्व की चौथी सबसे बड़ी सेना हैl भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम और साहस का लोहा आज पूरा विश्व मानता हैl और अब इसमें भारतीय महिलाओं का भी योगदान अहम् हो गया हैl चाहे थल सेना हो, या नौसेना या फिर वायु सेना, महिलाये कांधे से कांधा मिलाकर से देश सेवा में अपना योगदान दे रही हैंl आइये जानते हैं ऐसी कुछ महिलायों के बारे जो जांबाजी से भारतीय सेना की शान में चार चाँद लगा रही हैंl

29 वर्षीय शिवांगी सिंह एकमात्र महिला पायलट हैं जो राफेल फाइटर विमान उड़ाती हैंl शिवांगी का जन्म उत्तरप्रदेश के वाराणसी में हुआ था और 9 साल की उम्र में ही दिल्ली के म्यूजियम में विमान देखकर शिवांगी ने पायलट बनने का सपना सजो लिया थाl बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से शिक्षा पूरी करने के बाद शिवांगी ने हैदराबाद स्थित भारतीय वायुसेना की अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त कियाl
2017 में शिवांगी भारतीय वायुसेना से जुडी और महिला फाइटर पायलट के दुसरे बैच में कमीशन प्राप्त कियाl 2020 में शिवांगी कठिन सेलेक्शन प्रक्रिया के बाद राफेल विमान के फाइटर पायलट के रूप में चुनी गई और राफेल उड़ाने वाली पहली महिला पायलट बन गईl राफेल के पहले शिवांगी, मिग-21 फाइटर प्लेन भी उड़ा चुकी हैंl
शिवांगी ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब उन्होंने पहली बार फाइटर प्लेन मिग-21 उड़ाया तो शुरू में थोड़ी घबराहट हुई लेकिन फिर लगातार उड़ानों से उनका आत्मविश्वास बढता गया और वे एक अच्छी फाइटर प्लेन पायलट बन गईl राफेल के लिये उन्होंने फ़्रांस के प्रशिक्षको से सिम्युलेटर ट्रेंनिग ली और उसके बाद राफेल को उड़ायाl गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर में राफेल से पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानो कर एयर स्ट्राइक की गईl शिवांगी का अगला सपना अंतरिक्ष यात्री बनना हैl

कर्नल सोफिया कुरैशी का नाम हाल ही में तब चर्चा में आया जब ऑपरेशन सिन्दूर की एयर स्ट्राइक के बाद इन्होने प्रेस वार्ता में ऑपरेशन की जानकारी दी थीl सोफिया कुरैशी भारतीय सेना में कर्नल हैंl सोफिया के दादा और पिता दोनों ही भारतीय सेना में रहे हैंl इसीलिये बचपन से ही कर्नल सोफिया के अंदर देश सेवा की भावना ने जन्म ले लिया थाl
सोफिया का जन्म गुजरात के बड़ोदरा में 1981 में हुआ थाl बड़ोदरा के महाराजा सयाजी राव विश्वविद्यालय से सिक्षा प्राप्त करने के बाद सोफिया 1999 में भारतीय सेना में शामिल हो गई थी, तब उनकी उम्र महज 17 साल थीl तब से अब तक सोफिया लगातार भारतीय सेना के लिए सेवायें दे रही हैंl और अब वो भारतीय सेना में कर्नल हैl
सोफिया की बहन ने बताया कि सोफिया बचपन से ही कुछ बड़ा करना चाहती थीl उसकी इच्छा थी कि वो डॉ अब्दुल कालम की ही तरह वैज्ञानिक बनकर देश की सेवा करेl बचपन की लगन से वो सेना में भर्ती हो गईl बहन ने बताया कि सिंदूर ऑपरेशन के एक दिन पहले ही सोफिया से बात हुई थी लेकिन अपने कर्तव्यनिष्ठा कि वजह से उसने इस बारे में कोई चर्चा नहीं की थीl
सोफिया की माँ ने एक इंटरव्यू में कहा कि मेरी बेटी ने हमें गौरान्वित किया हैl सोफिया को अपने दादा और पिता कि तरह सेना की वर्दी में देखकर हमें बहुत गर्व होता हैl उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से उन महिलायों को न्याय मिला है जिन्होंने आतंकी हमले में अपना सुहाग खो दिया थाl

ऑपरेशन सिन्दूर की प्रेस वार्ता के बाद कर्नल सोफिया के साथ एक और महिला अफसर भी काफी चर्चा में आई वो हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंहl बचपन से व्योमिका की इच्छा थी कि वो भारतीय वायुसेना में शामिल हो और अपनी इस इच्छा को अपनी लगन से पूरा करके भी दिखाया l वैसा उनका नाम भी उनके काम को चरितार्थ करता हैl व्योमिका का अर्थ है जो आकाश में निवास करता हैl
लखनऊ में जन्मी व्योमिका अपनी इंजीनियरिंग की शिक्षा पूर्ण करने के बाद व्योमिका ने NCC (राष्ट्रीय केडिट कोर) में शामिल हुई और उसके बाद भारतीय वायु सेना में शामिल हुईl दिसंबर 2019 में उन्हें भारतीय वायु सेना के फ्लाइंग विंग स्थाई कमीशन मिलाl व्योमिका अपने परिवार की पहली सदस्य है जो भारतीय सेना में शामिल हुईl
व्योमिका ने 2500 घंटो की उड़ान का मुकाम हासिल किया हैl इन उड़ानों में दुर्गम इलाकों में चीता और चेतक हेलीकॉपटरों भी शामिल हैंl उन्होंने कई बचाव अभियानों में अहम् भूमिका निभाई हैl
उड़ानों के अलावा व्योमिका ने 2021 में 21,650 फुट ऊँचे माउंट मणिरंग पर एक पर्वतारोहण अभियान में भाग लिया थाl प्रेस वार्ता के बाद व्योमिका मीडिया तथा सोशल मीडिया में छाई हुई हैं और हर किसी की जुबान से इनकी चर्चा हो रही हैl