जीवन में स्वच्छता का शिष्टाचार को शामिल करना बहुत जरुरी हैl घर ने या फिर अपनी काम की जगह में ये हमारी मूल आदत में शामिल होना चाहिये…
जीवन में स्वच्छता का शिष्टाचार को शामिल करना ठीक वैसे बहुत जरुरी है जैसे हम जीवन में कई तरह के शिष्टाचार का पालन करते हैंl उसी तरह जीवन में स्वच्छता के शिष्टाचार को शामिल करना बहुत जरुरी हैl घर ने या फिर अपनी काम की जगह में ये हमारी मूल आदत में शामिल होना चाहियेl
हम सभी टॉयलेट का उपयोग अवश्य करते हैंl पर क्या ये जानते हैं कि टॉयलेट के भी कुछ शिष्टाचार हैं? आइये जानते हैं कि कौन से हैं वो स्वच्छता का शिष्टाचार जो जीवन में अपनाने चाहियेl
टॉयलेट की शीट को बंद करके फ्लश करना चाहिये
अक्सर लोग इस्तेमाल के बाद टॉयलेट शीट (कमोड) को खुला रखकर ही फ्लश कर देते हैंl ऐसा करने से पानी शीट के बाहर भी फैल जाता और शीट ऊपर तक गीली हो जाती है, इससे दोबारा इस्तेमाल में असुविधा हो सकती हैl इसके अलावा खुली शीट को फ्लश करने से वैक्टीरिया भी हवा में फ़ैल सकते हैंl इसीलिए टॉयलेट शीट को बंद करके ही फ्लश कर स्वच्छता का शिष्टाचार निभाना चाहियेl
उपयोग के बाद टॉयलेट शीट को साफ करना चाहिये
कई बार ऐसा होता कि उपयोग के दौरान शीट गंदी हो जाती हैl ऐसे में शीट को साफ कर देना चाहिये ताकि आपके बाद किसी दुसरे को उपयोग में असुविधा न होl
टिशु या टॉयलेट पेपर कूड़ेदान में ही डालें
कई बार लोग टिशु या टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करके इधर-उधर जमीन पर या शीट में फेंक देते हैंl ये तरीका स्वच्छता का शिष्टाचार नहीं है, हमेशा इस्तेमाल के बाद इनको कूड़ेदान में ही डालना चाहियेl
शीट/कमोड को छूने के बाद हाथ साबुन से धोयें
कई बार शीट को हाथों से साफ़ करना पड़ता हैl ऐसे में शीट के कीटाणु हाथों में लग जाते हैंl इसीलिये जब कभी भी शीट को साफ करें तो हाथों को अच्छे से साबुन से धो लेना चाहियेl
टॉयलेट सामग्री की उपलब्धता का सदा ख्याल रखें
टॉयलेट में उपयोग होने वाली सामग्री जैसे टॉयलेट पेपर, टिशु और साबुन आदि हमेशा टॉयलेट में मौजूद होना चाहियेl कई बार इनकी अनुपलब्धता की वजह से असुविधा का सामना करना पड़ सकता हैl
बाथरूम में फोन के इस्तेमाल से बचें
कई लोगों की आदत होती है कि वो बाथरूम में फोन का उपयोग करते हैंl इस आदत से बचना चाहिये, क्योंकि फोन वैक्टीरिया को निमंत्रण देता हैl इसके अलावा दूसरों की भी आपको लेकर गलत धारणा बन सकती हैl इसलिये बाथरूम में फोन के इस्तेमाल से बचना चाहियेl
बाथरूम में यहाँ-वहाँ न थूकें व धुम्रपान से बचें
बाथरूम में यहाँ वहां थूकने से बचना चाहियेl क्योंकि ऐसा करने से बाथरूम की फर्श और दीवारों पर दाग बन जाते हैं जो देखने में बहुत ही गंदे लगते हैंl इसी तरह वैक्टीरिया फैलने की समस्या भी हो सकती हैl
इसके अलावा कई लोगों की आदत होती है कि वो बाथरूम में धुम्रपान करते हैंl ये भी अच्छा शिष्टाचार नहीं हैl
किचन/घर के कचरे को इस तरह उपयोग करें

- सब्जी के बचे छिलके, बचे हुये टुकड़े, सब्जी का बचा गूदा और इस्तेमाल के बाद की चायपत्ती आदि ग्रीन कचरा कहलाते हैंlइसी तरह कागज, लकड़ी का बुरादा, सूखे पत्ते, भूंसा आदि ब्राउन कचरे की श्रेणी में आते हैंl
- इन सामग्रियों से खाद बनाई जा सकती हैl एक डब्बे में ग्रीन कचरे और ब्राउन कचरे की 3:1 के अनुपात में लेयर बनायेंl सबसे नीचे पहली लेयर ब्राउन कचरे कि लेयर होनी चाहियेl डब्बे को ढँक कर रख दें और 2-3 दिन में इसे हिलाते रहेंl ध्यान रखें कि डब्बे का कचरा पानी से बहुत गीला न हो बस उसकी जो प्राकृतिक नमी है वो बनी रहेl यदि वो बहुत सूख जाये तो थोड़े पानी से गीला करेंl इस डब्बे को 50-55 डिग्री वाले स्थान पर रखेंl
- 20-30 या उससे अधिक दिनों बाद डब्बे की ये सामग्री काली मिट्टी जैसे तत्व में बदल जायेगाl इसको आप अपने पौधों के लिये खाद की तरह इस्तेमाल कर सकते हैंl
- ध्यान रखें दूध या दूध के उत्पाद, तेल और मांस का उपयोग इस खाद में नहीं करना चाहियेl