सावन की हरियाली और औषधियाँ: सेहत के अनमोल उपहार

सावन की हरियाली और औषधियाँ: सेहत के अनमोल उपहार

सावन का यह महीना हमें प्रकृति के साथ जुड़ने और उसके औषधीय उपहारों का लाभ उठाने का अवसर देता है। इन जड़ी-बूटियों को अपने दैनिक जीवन में शामिल करके आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं और इस बदलते मौसम में स्वस्थ और ऊर्जावान रह सकते हैं।

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हल्दी, जिसे “गोल्डन स्पाइस” के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय व्यंजनों का एक अभिन्न अंग होने के साथ-साथ एक शक्तिशाली औषधि भी है। इसकी पत्तियों में फंगलरोधी (antifungal), जीवाणुनाशक (germicidal) और वात-पित्त संतुलन (Vata-Pitta balancing) गुण होते हैं।

  • त्वचा रोगों में लाभ: सावन में बढ़ी हुई नमी के कारण फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। हल्दी की पत्तियों को पीसकर नारियल के तेल में मिलाकर लगाने से त्वचा रोगों में अद्भुत लाभ मिलता है। यह त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाती है।
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता: हल्दी में मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
  • पाचन और आंतरिक शुद्धि: खाने-पीने में हल्दी का नियमित उपयोग पाचन तंत्र को मजबूत करता है और शरीर को आंतरिक रूप से शुद्ध करता है। विशेषकर बरसात के मौसम में, यह शरीर को अंदर से मजबूत बनाए रखने में सहायक है।
सावन

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