भारतीय अर्थव्यवस्था के डॉक्टर थे डॉ. मनमोहन सिंह

27/12/2024
भारत के पूर्व प्रधामंत्री डॉ. मनमोहन सिंह लंबे समय से बीमार थे, उनका निधन गुरूवार 26 दिसंबर को हो गया है | वे 92 साल के थे | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उनके आवास पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मनमोहन सिंह, 2004 में देश के 14वें प्रधानमंत्री बने और उन्होंने बतौर प्रधानमंत्री दो कार्यकाल पुरे किये| वे देश के पहले सिख और लंबे समय तक रहने वाले देश के चौथे प्रधानमंत्री थे। मनमोहन सिंह, जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे जो 5 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार पीएम बने। मनमोहन सिंह 1991 में नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री बने उससे पहले वो रिजर्व बैंक के गवर्नर भी रह चुके थे| मनमोहन सिंह को भारत की अर्तव्यवस्था का डॉक्टर माना जाता है | 1991 में नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह ने बजट में उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण से जुड़ी अहम घोषणाएं की, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को नई गति मिली।उनके इस कार्यकाल में व्यापार नीति, औद्योगिक लाइसेंसिंग, बैंकिंग क्षेत्र में सुधार और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की अनुमति के नियमो में बदलाव किए गए| हालाँकि बजट के दो हफ्त पहले जब मनमोहा सिंह प्रधानमंत्री से मिले थे तो पीएम ने उसे ख़ारिज कर दिया था |
मनमोहन सिंह का दूसरा कार्यकाल विवादों से भरा रहा, 2G स्पेक्ट्रम घोटाला, कोयला आवंटन घोटाला, मनी लोंन्डरिंग और मुंबई आदर्श सोसायटी आवास घोटाला इनके इस कार्यकाल में खूब चर्चा में रहे| लेकिन व्यक्तिगत तौर पर उन आरोप नहीं लगे |
हजारों जवाबों से अच्छी है मेरी खामोशी… संसद परिसर में यह शेर पढ़ने वाले डॉ. मनमोहन सिंह हमेशा के लिए खामोश हो गए। बोलताशब्द परिवार की और से उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि|
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