चैटजीपीटी और डीपसीक की टक्कर में भारत भी बनायेगा अपना एआई मॉडल!

सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज उत्कर्ष उड़ीसा कोनक्लेव में बात की उम्मीद जाहिर करी कि भारत भी अगले 10 महीनों में अपना एआई मॉडल तैयार कर लेगा l यह स्वदेशी जेनरेटिव एआई मॉडल चैट जीपीटी, जेमिनी और डीपसीक जैसे एआई मॉडलों के लिए चुनौती पेश करेगा l
श्री वैष्णव ने आगे जानकारी दी कि सरकार ने इसके लिए 10 कंपनियों की सूची तैयार की है और इस एआई मिशन के अभी सरकारी कम्प्यूटिंग सुविधा में 18693 GPU (ग्राफ़िक्स प्रोसेसिंग यूनिट) उपलब्ध हैं l श्री वैष्णव ने जोर देकर कहा कि एआई मॉडल के लिए आधारशिला पहले ही रखी जा चुकी है। रूपरेखा अब तैयार है और सरकार का ध्यान एक ऐसी प्रणाली बनाने पर है जो भारतीय उपयोगकर्ताओं की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करे।
उन्होंने बताया कि 18-20 महीने से हमारी टीम कई विशेषज्ञों, शोधकर्ताओ और स्टार्टअप के साथ मेहनत कर रही है l अब हमने फाउंडेशन मॉडल के लिए प्रस्ताव मंगाये है l यह मॉडल पूर्वाग्रह के बिना भारतीय भाषाओ और संस्कृति का ख्याल रखेगा l
भारत कि एआई की महत्वाकांक्षाये एक ठोस बुनियादी संरचना पर आधारित है l उन्नत कंप्यूटिंग की शक्ति एआई मॉडल के प्रशिक्षण के लिए उपयोगी होगी क्योंकि उपलब्ध GPU में से अधिकांश MI325 मॉडल के हैं इसके साथ साथ NVIDIA H100 भी हाई परफॉरमेंस के लिए इसमें शामिल हैं l चैट जीपीती और डीपसीक से तुलना की जाये तो डीपसीक को 2500 और चैटजीपीती को 25000 GPU पर प्रशिक्षित किया गया है l भारत भी अब 15 हजार से अधिक हाई-एंड GPU के साथ इस वैश्विक एआई की दौड़ में मजबूती से खड़ा है l
श्री वैष्णव ने कहा की हमारा ये बुनियादी ढांचा हमारे स्वदेशी एआई के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और हम ऐसा एआई मॉडल विकसित कर पायेंगे जो विश्विक प्रतिस्पर्धा को टक्कर दे पायेगा l